देश के पास PPP मॉडल का अच्छा-खासा अनुभव है. इसके तहत सरकारें और निजी कंपनियां मिलकर हॉस्पिटल और दूसरी कैपेसिटी तैयार कर सकती हैं.
RBI ने हेल्थकेयर सेक्टर को 50,000 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी मुहैया कराई है. निजी सेक्टर को इस पैसे से कोविड के खिलाफ जंग तेज करनी चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में जिंदगियां और आजीविका दोनों को बचाने की बात की है. ये वक्त राजनीति की बजाय साथ मिलकर काम करने का है.